24 मई, ब्रितानी भाई दिवस (कविता) स्वैच्छिक प्रतियोगिता हेतु-24-May-2024
24 मई, ब्रितानी भाई दिवस स्वैच्छिक प्रतियोगिता हेतु
24 मई 2024 को भाई दिवस पर भाई को समर्पित एक कविता-
आज रघुवर ने यह दिन दिखाया, शुभ भाई दिवस है आया। प्रभु रिश्तों की किए भरमार हैं , जिनसे खुश जग संसार है। इससे करते मुकाम हम हासिल, आगे बढ़नें की राहें अपरंपार हैं। इन रिश्तो में लावण्य बड़ा आया , शुभ भाई दिवस है आया। आज रघुवर ने यह दिन दिखाया, शुभ भाई दिवस है आया।
भाई बहनों की जान जैसा होता, इससे उसका जहान शुभ होता। इससे लड़ती, झगड़ती, चहकती , प्यार दिन दूना -रात चौगुना बढ़ता। बहन के हित मुसीबत उठाया, शुभ भाई दिवस है आया। आज रघुवर ने यह दिन दिखाया, शुभ भाई दिवस है आया।
भाई होना बड़ा गर्व देता, खुशियों के ख़ज़ाने सा होता। प्यार निश्छल बहन पर लुटाए, कष्ट में बहन हो तो चैन नहीं आए। कान्हा सा साथ सदा है निभाया, शुभ भाई दिवस है आया। आज प्रभुवर ने यह दिन दिखाया, शुभ भाई दिवस है आया।
जेठ दोपहरी सा जीवन जला था, कभी माघ,पौष के जैसा गला था। संग हिम्मत नहीं साथ था जब, उसका ही संग कल्पतरु बना था। साए सा संग उसने निभाया, शुभ भाई दिवस है आया। आज प्रभुवर ने यह दिन दिखाया, शुभ भाई दिवस है आया।
साधना शाही, वाराणसी